जब सामने दो राहें हों || आचार्य प्रशांत, भगवद् गीता पर (2019)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:
विश्रांति शिविर , 7.12.19, ग्रेटर नॉएडा, उत्तर प्रदेश , भारत

प्रसंग:

न चैतद्विद्मः कतरन्नो गरीयो-यद्वा जयेम यदि वा नो जयेयुः ।
यानेव हत्वा न जिजीविषाम-स्तेऽवस्थिताः प्रमुखे धार्तराष्ट्राः ॥
~ श्रीमद भगवद् गीता, अध्याय २, श्लोक ६

~ सही राह कैसे चुनें?
~ जीवन की सही राह कौन सी?
~ भगवद् गीता सही राह चुनने में कैसे मदद करती है?

संगीत: मिलिंद दाते

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