तेरे जमाल से रौशन है कायनात मेरी || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2013)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
११ अक्टूबर २०१३
एम.आई.टी. मुरादाबाद

गीत: तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है
तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है

ये आसमान ये बादल ये रास्ते ये हवा
हर एक चीज़ है अपनी जगह ठिकाने पे
कई दिनों से शिकायत नहीं ज़माने से
ये ज़िंदगी है सफ़र तू सफ़र कि मंज़िल है, जहाँ भी ...

हर एक फूल किसी याद सा महकता है
तेरे खयाल से जागी हुई फ़िज़ाएं हैं
ये सब्ज़ पेड़ हैं या प्यार की दुआएं हैं
तू पास हो कि नहीं फिर भी तू मुकाबिल है, जहाँ भी ...

हर एक शय है मुहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो ज़िंदगी अधूरी है
राह-ए-वफ़ा में कोई हमसफ़र ज़रूरी है
ये रास्ता कहीं तनहा कटे तो मुश्किल है, जहाँ भी ...

रफ़ी: --- --- --- --- ---
(first stanza same as above ...)

तेरे बगैर जहाँ में कोई कमी सी थी
भटक रही थी जवानी अंधेरी राहों में
सुकून दिल को मिला आ के तेरी बाहों में
मैं एक खोई हुई मौज हूँ तू साहिल है, जहाँ भी ...

तेरे जमाल से रोशन है कायनात मेरी
मेरी तलाश तेरी दिलकशी रहे बाकी
खुदा करे की ये दीवानगी रहे बाकी
तेरी वफ़ा ही मेरी हर खुशी का हासिल है, जहाँ भी ...

गाना / Title: तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है - tuu is tarah se merii zi.ndagii me.n shaamil hai
चित्रपट / Film: आप तो ऐसे न थे-(Aap To Aise Na The)
संगीतकार / Music Director: उषा खन्ना-(Usha Khanna)
गीतकार / Lyricist: निदा फ़ाज़ली-(Nida Fazli)
गायक / Singer(s): हेमलता-(Hemlata), मनहर उधास-(Manhar), मोहम्मद रफ़ी-(Mohammad Rafi)

प्रसंग:
"तेरे" शब्द का क्या आशय है?

संगीत: मिलिंद दाते

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