कायम रहे तुम्हें देखती नज़र मेरी || आचार्य प्रशांत, फरीद पर (2015)

  • 4 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२२ मई २०४५
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
बाबा फरीद किन नज़रों की बात कर रहे हैं?
किन आँखों से लगातार किसे देखना है?
सत्य को कैसे जाने?
फरीद आँख की ओर इशारा क्यों कर रहें है?
देखने योग्य क्या है?

संगीत: मिलिंद दाते