लड़ना तभी सार्थक जब भीतर शान्ति हो || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2013)

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वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
१० सितम्बर, २०१३
आई.टी.एम, गुरुग्राम

प्रसंग:
प्रेम क्या है?
शांत कैसे रहे है?
क्या दुनिया में अशांति के कारण हम अशांत है?
हमें सुरक्षा क्यों चाहिए?