दो दिन की आज़ादी और दो जहान की गुलामी || आचार्य प्रशान्त (2016)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१२ अक्टूबर २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
दो दिन की आज़ादी और दो जहान की गुलामी
रोजमरा के झंझटो से कैसे मुक्ति पाए?
क्या रोजमरा के झंझटे सभी को होती है?
किसी के गुलामी से कैसे बाहर आये?
जीवन में मूर्खतापूर्ण काम क्यों?

संगीत: मिलिंद दाते

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