तुम्हारी छटपटाहट ही तुम्हारी प्रार्थना बनेगी || आचार्य प्रशांत (2018)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

२६ अप्रैल, २०१८
अद्वैत बोधस्थल,
ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
क्या जीवन के दुःख ही प्रार्थना बनते हैं?
बंधनों की छटपटाहट से मुक्ति कैसे मिले?
मन की छटपटाहट से मुक्ति कैसे पाएँ?
प्रार्थना क्यों ज़रूरी है?

संगीत: मिलिंद दाते