ये बनना, बिगड़ना, और बदलते रहना || आचार्य प्रशांत (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१६ जुलाई, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
आचार्य जी, जब आप को सुनता हूँ तो ऐसा लगता है कि कुछ अंदर टूट रहा है ये टूटना कब बंद होंगे?
ख़राब स्थिति को कैसे निपटे?
ये बनना, बिगड़ना, और बदलते रहना कब समाप्त होगा?