तुम्हारे लिए जगत न मिथ्या है, न मिथ्या कहो || आचार्य प्रशांत (2015)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२४ जून २०१५
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
क्या जगत मिथ्या है?
मन का सोचा हुआ सब मिथ्या है?
तथ्य और सत्य में क्या समानता है?