सत्य अपने न होने में भी है || आचार्य प्रशांत (2014)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१५ मार्च २०१४
कनातल, उतराखंड

प्रसंग:
सत्य क्या है?
सत्य क्या पढ़ कर या सुन कर जाना जा सकता है?
मन की सही दिशा कौन सी?
कष्ट माने क्या?
सत्यता में होने का वास्तविक अर्थ क्या है?
एकनिष्ठ होना और सत्यनिष्ठ होना दोनों एक ही बात है?
आध्यात्मिक प्रगति कैसे हो?

संगीत: मिलिंद दाते

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