आगे और करने का विचार उन्हीं को आता है जो अभी के काम में पूरे नहीं होते || आचार्य प्रशांत (2015)
- 5 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२३ दिसम्बर २०१५
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
मै अपनी परेशानियाँ से कैसे बाहर आए?
आगे और करने का विचार उन्हीं को आता है जो अभी के काम में पूरे नहीं होते
अपनी मुक्ति में मुझे क्या करना चाहिए?
शब्दयोग सत्संग
२३ दिसम्बर २०१५
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
मै अपनी परेशानियाँ से कैसे बाहर आए?
आगे और करने का विचार उन्हीं को आता है जो अभी के काम में पूरे नहीं होते
अपनी मुक्ति में मुझे क्या करना चाहिए?