बेखुदी में जीना || आचार्य प्रशांत, जपुजी साहब और संत रूमी पर (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१९ नवम्बर, २०१७
अद्वैत आश्रम, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
बेखुदी में जीने का क्या आशय है?
हमारा स्वभाव क्या है?
क्या है हमारे पास कुछ ऐसा है जो कोई नहीं छीन सकता है?
साक्षित्व का मतलब क्या होता है?