सत्य विचार में नहीं समाएगा || आचार्य प्रशांत, अवधूत गीता (2013)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१ जून २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
सत्य को जीवन में कैसे लाएं?
जीवन इश्वरमय कैसे हो?
इश्वर की आराधना से क्या सत्य जीवन में आ सकता है?