मन के मते न चालिए || आचार्य प्रशांत, गुरु कबीर पर (2013)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
३ मार्च २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

दोहा:
मन के मते ना चालिए, मन के मते अनेक।
जो मन पर असवार है, सो साधू कोई एक।।
~ गुरु कबीर

प्रसंग:
मन को वश में कैसे करें?
मन पर नियंत्रण कैसे करें?
मन को भटकने से कैसे बचाएँ?
मन के दृष्टा कैसे बनें?
मन को कैसे समझें?

संगीत: मिलिंद दाते