गुरु को भूलने का क्या अंजाम? || आचार्य प्रशांत (2018)
- 5 years ago
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, पार से उपहार
१८ अगस्त, २०१८
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
गुरु की डाँट पसंद क्यों नहीं आती है?
मन अनुशासित रहना क्यों नहीं चाहता है?
मन जीवित गुरु से क्यों डरता है?
जीवित गुरु का क्या महत्व है?
गुरु के प्रति समर्पण कैसे करें?
एक शिष्य, गुरु के लिए क्या कर सकता है?
गुरु के सान्निध्य में होने का क्या आशय है?
गुरु को भूलने का क्या अंजाम?
संगीत: मिलिंद दाते
शब्दयोग सत्संग, पार से उपहार
१८ अगस्त, २०१८
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
गुरु की डाँट पसंद क्यों नहीं आती है?
मन अनुशासित रहना क्यों नहीं चाहता है?
मन जीवित गुरु से क्यों डरता है?
जीवित गुरु का क्या महत्व है?
गुरु के प्रति समर्पण कैसे करें?
एक शिष्य, गुरु के लिए क्या कर सकता है?
गुरु के सान्निध्य में होने का क्या आशय है?
गुरु को भूलने का क्या अंजाम?
संगीत: मिलिंद दाते