जहाँ हो, वहीं से आगे बढ़ो || आचार्य प्रशांत (2018)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग, ४०वा अद्वैत बोधशिविर
२७ जनवरी, २०१८
ऋषिकेश

प्रसंग:
रामकृष्ण परमहंस काली को अपने हाथ से खिलाते थे ये बातें कहाँ तक सही है?
शास्त्र की कहानियाँ को किस प्रकार समझें?
हम अपने जीवन में काली को कैसे देखें?
हमें काली क्यों नहीं दिखती है?
अपने जीवन का अवलोकन कैसे करे?
अनुभवों से कैसे सीखे?