मन के खेल कब रुकेंगे? || आचार्य प्रशांत, कठ उपनिषद् पर (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
३० नवम्बर २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
मन को कैसे समझें?
मन इतना चंचल क्यों रहता है?
मन के खेल कब रुकेंगे?
मन में हमेशा अँधेरा क्यों छाया रहता है?
मन इतना बंटा-बंटा क्यों रहता है? मन के किस हिस्से की सुनें?
दिल की सुनें या दिमाग की?
मन को शान्ति कैसे मिले?
मन सही लक्ष्य से भटक क्यों जाता है?

संगीत: मिलिंद दाते