न पकड़ना, न छोड़ना || आचार्य प्रशांत, अष्टावक्र गीता पर (2013)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२६ मई २०१३
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
मोह माया क्यों छोड़े?
क्या पकड़ना है, क्या छोड़ना है?
सब कुछ आकर्षक मालूम पड़ता हैं क्या करें?
दो नाव पड़ एक साथ चलने की आदत कैसे छोड़े?
दुबिधा कैसे दूर करें?
हम पुरानी आदते से चिपके रहना क्यों चाहते है?

संगीत: मिलिंद दाते