आखिरी परीक्षा में ज़रा भी कमज़ोरी नहीं चलेगी || आचार्य प्रशांत, बाबा बुल्लेशाह पर (2019)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

०४ जून, २०१९
अद्वैत बोधस्थल,
ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:

चुप करके करीं गुजारे नूं।
चुप करके करीं गुजारे नूं।
सच सुण के लोक न सोंहदे ने,
सच आजिये तां गल पैंदे ने,
फिर सच्चे पास न बैन्ह्दे ने,
सच्चा मिट्ठा आशक प्यारे नूं।
सच शरा करे बर्बादी ए,
जेहा शरा तरीकतहारे नूं।
चुप आशिक तों न हुंदी ए,
जिस आई सच सुगंधी ए,
जिस माह्ल सुहाग दी गुंदी ए,
छड़ दुनिया कूड़ पसारे नूं।

~ संत बुल्लेशाह जी
साधना में आख़िरी परीक्षा कौन सी होती है?
सत्य के मार्ग की परीक्षाओं को कैसे पार करें?
गुरु द्वारा परीक्षा लेने का क्या महत्व होता है?
बुल्लेशाह जी की काफ़ियों को कैसे समझें?

संगीत: मिलिंद दाते