मुझे सुनना काफी नहीं है, मुझे ही सुनना ज़रूरी है || आचार्य प्रशांत (2019)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
30 अगस्त, 2019
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
अपने ढर्रों को कैसे तोड़ें?
कैसे जाने कि हमें सत्संग समझ में आ गया?
आचार्य जी को ही सुनना ज़रूरी क्यों है?

संगीत: मिलिंद दाते