पाँव छूने के लिए भी योग्यता चाहिए || आचार्य प्रशांत (2019)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

4 अगस्त, 2019
विश्रांति शिविर
पुणे, महाराष्ट्र

प्रसंग:
गुरु के पाँव छूना शिष्य के लिए बड़ी बात क्यों?
इससे शिष्य की ज़िम्मेदारी कैसे बढ़ जाती है?
शिष्य, गुरु के पाँव छूने के लिए पात्रता कैसे अर्जित कर सकता है?

संगीत: मिलिंद दाते