जो भी करो, भीतर से शांत रहो || आचार्य प्रशान्त (2016)
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
२३ नवम्बर २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
जो भी करो, भीतर से शांत रहो
मै अपना मनपसंद काम कैसे चुने?
मेरे लिए क्या जरुरी है?
असली काम कैसे चुने?
पसंद और नापसंद में कैसे भेद करे?
संगीत: मिलिंद दाते
शब्दयोग सत्संग
२३ नवम्बर २०१६
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग:
जो भी करो, भीतर से शांत रहो
मै अपना मनपसंद काम कैसे चुने?
मेरे लिए क्या जरुरी है?
असली काम कैसे चुने?
पसंद और नापसंद में कैसे भेद करे?
संगीत: मिलिंद दाते
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