राजस्थान में जन्मा 4 हाथ वाला बच्चा, महिला के पेट में पल रहे थे तीन बच्चे, देखें वीडियो
- 5 years ago
Four handed child born in Malpura CHC Tonk Rajasthan
टोंक। शारीरिक रूप से असामान्य बच्चों के पैदा होने के मामले में आए दिन सामने आते रहते हैं। कुछ ऐसा ही राजस्थान के टोंक जिले में हुआ हैं। यहां पर चार हाथ वाला बच्चा जन्मा है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस विचित्र बच्चे को देखने के लिए अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, वहीं सोशल मीडिया पर भी बच्चे की तस्वीरें और वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं।
मालपुरा सीएचसी में हुआ प्रसव
बता दें कि टोंक जिले के गांव दड़ावता निवासी राजूदेवी गुर्जर को शुक्रवार रात को प्रसव पीड़ा होने पर उसे मालपुरा सीएचसी पर लाया गया। यहां उसने सामान्य प्रसव के जरिए एक बेटे व एक बेटी को जन्म दिया।
खास बात यह कि बालिका के धड़ से एक अर्द्धविकसित बालिका भ्रूण भी जुड़ा हुआ है, जिसके दो हाथ, दो पांव व अन्य अंग विकसित हैं।
मापुरा में ऐसा पहला मामला
सीएचसी के चिकित्सकों का कहना है कि राजूदेवी के पेट में तीन भ्रूण पल रहे थे। उनमें से दो परिवक्व और तीसरा अर्द्ध विकसित रह गया था। ऐसे में वह बालिका के शरीर के साथ कुछ इस तरह से जुड़ गया जैसे उस बालिका के चार हाथ हो। संभवतया यह मालपुरा का ऐसा पहला मामला है। अतिरिक्त अंगों वाली नवजात बालिका को जयपुर रैफर कर दिया गया है।
टोंक। शारीरिक रूप से असामान्य बच्चों के पैदा होने के मामले में आए दिन सामने आते रहते हैं। कुछ ऐसा ही राजस्थान के टोंक जिले में हुआ हैं। यहां पर चार हाथ वाला बच्चा जन्मा है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस विचित्र बच्चे को देखने के लिए अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, वहीं सोशल मीडिया पर भी बच्चे की तस्वीरें और वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं।
मालपुरा सीएचसी में हुआ प्रसव
बता दें कि टोंक जिले के गांव दड़ावता निवासी राजूदेवी गुर्जर को शुक्रवार रात को प्रसव पीड़ा होने पर उसे मालपुरा सीएचसी पर लाया गया। यहां उसने सामान्य प्रसव के जरिए एक बेटे व एक बेटी को जन्म दिया।
खास बात यह कि बालिका के धड़ से एक अर्द्धविकसित बालिका भ्रूण भी जुड़ा हुआ है, जिसके दो हाथ, दो पांव व अन्य अंग विकसित हैं।
मापुरा में ऐसा पहला मामला
सीएचसी के चिकित्सकों का कहना है कि राजूदेवी के पेट में तीन भ्रूण पल रहे थे। उनमें से दो परिवक्व और तीसरा अर्द्ध विकसित रह गया था। ऐसे में वह बालिका के शरीर के साथ कुछ इस तरह से जुड़ गया जैसे उस बालिका के चार हाथ हो। संभवतया यह मालपुरा का ऐसा पहला मामला है। अतिरिक्त अंगों वाली नवजात बालिका को जयपुर रैफर कर दिया गया है।