छोटे से गांव से निकला इंटरनेशनल एथलीट

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by DainikBhaskar

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भदोही. जद्यपि जग दारुन दुख नाना, सब तें कठिन जाति अवमाना। श्रीरामचरित मानस के बाल कांड की इस चौपाई का अर्थ है- जगत में अनेक प्रकार के दारुण दुःख हैं, लेकिन सबसे बड़ा दुख समाज के सामने अपमान है। भदोही के एथलीट महादेव प्रजापति को 2012 में जिले के डीएम ने एक सामूहिक कार्यक्रम में गले में मेडल पहनाने से इसलिए इनकार कर दिया था क्योंकि वह खिलाड़ी नहीं, पूर्व खिलाड़ी थे। डीएम की इस बात से महादेव को ठेस पहुंची और फिर से उन्होंने खिलाड़ी बनने का निर्णय लिया, तब वह 42 साल के थे।