महिला दिवस : ‘कल्पना शर्मा’ जिन्होंने खेती कर समाज में बनाई अलग पहचान

  • 5 years ago
साल 2002 में कल्पना के ऊपर दुखों का पहाड़ उस वक्त टूट पड़ा जब एक हादसे में उनके पति की रीढ़ की हड्ड़ी टूट गई. परिवार का खर्च, बच्चों की पढ़ाई और पति का इलाज, सब कुछ अब कल्पना की जिम्मेदारी थी.

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