क्या कारोबार या दुकान में घाटा हो रहा है, कुछ ठीक नहीं चल रहा. ग्रहण से पहले नहाकर लाल या सफेद कपड़े पहन लें। इसके बाद ऊन और रेशम से बने आसन को बिछाकर उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं। जब ग्रहण काल प्रारंभ हो तब चमेली के तेल का दीपक जला लें। अब दाएं हाथ में रुद्राक्ष की माला लें तथा बाएं हाथ में 5 गोमती चक्र लेकर नीचे लिखे मंत्र का 54 बार जप करें- ऊँ कीली कीली स्वाहा जानिये Family Guru में ।