१ निर्माल्य, देवता को अर्पण कर उतारे गए गए बासी फूल और अन्य अवशेषों को कहा जाता है
२ पवित्र समारोह में उपयोग हुए फूल या पहन कर उतारे गए फूलों को भी निर्माल्यकहा जाता है
३ ये चीज़ें अयोग्य मानी जाती हैं और इनको दोबारा मूर्ति पर चढ़ाने लायक नहीं समझा जाता है
४ निर्माल्य में शामिल हैं , दागदार या अयोग्य वस्तुएं , बासी फूल और हार , फल और अन्य खाद्य सामग्री , क्षतिग्रस्त मूर्तियां और तस्वीरें (देवी देवताओं की ) इत्यादि
५ ऐसे कहा जाता कि इसे पिछले दिन ही इकठ्ठा कर लिया जाये और किसी जलाशय में विसर्जित कर दिया जाये बजाये इसके कि यूँही कहीं फ़ेंक दिया जाये
६ कई मंदिरों में महा आरती के बाद, भक्तों के लिए निर्माल्य-दर्शन का आयोजन किया जाता है जिस में भगवान की मूर्ति से निकाले गए फूलों के हार और अलंकार होते हैं
७. इन मंदिरों में, यह माना जाता है कि रात्रि की पूजा के समापन के बाद जब द्वार बंद किये जाते हैं तब देवता (हिंदू देवता) भगवान की पूजा करने के लिए मंदिर में आते हैं
८. हम अर्था चैनेल पर आप से अनुरोध करते हैं कि आप ऐसी बची हुई चीज़ें जलाशय के करीब रखे हुए निर्माल्य कलश में डालें । और ऐसी रोचक बातों के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें / हमारे चैनल को लाइक करें