throwback india at 2012 london olympics

  • 6 years ago
2012 लंदन ओलंपिक : 6 मेडल्स के साथ भारत का अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
लंदन ओलंपिक में भारत ने 6 पदक जीतकर अपना अब तक का बेहतर प्रदर्शन किया था। साल 1928 से लेकर 2012 तक भारत के हिस्से में 24 पदक आ चुके हैं। भारत ने इनमें से सबसे ज्यादा 11 पदक हॉकी में जीते, व्यक्तिगत स्पर्धाओं की बात करें तो शूटिंग और कुश्ती में भारत ने 4-4 medal जीते।




दो बार के वर्ल्ड रिकॉर्डधारी गगन नारंग ने 2010 में दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल में चार गोल्ड और एशियाई खेलों में दो सिल्वर मेडल जीते उन्होंने लंदन ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता

विजय ने लगाया सिल्वर पर निशाना
2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में तीन गोल्ड मेडल जीतने वाले विजय कुमार ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड पिस्टल फायर में सिल्वर मेडल जीतकर ओलंपिक में भारत को दूसरा मेडल दिलाया।

साइना को मिला ब्रॉन्ज़
स्टार शटलर साइना नेहवाल ने ओलंपिक में ब्रॉन्ज़ मेडल जीतकर भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया।

मैरीकॉम का ब्रॉन्ज़ पर पंच
बॉक्सिंग में पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन एमसी मैरीकॉम ने भारत को लंदन ओलंपिक में तीसरा ब्रॉन्ज़ और चौथा मेडल दिलाया। मैरीकॉम ने ओलंपिक में पहली बार शामिल की गई महिला मुक्केबाजी के सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा था।

योगेश्वर ने जीता ब्रॉन्ज़
पहलवान योगेश्वर दत्त ने कुश्ती में फ्रीस्टाइल के 60 किलो वजन वर्ग में प्लेऑफ मुकाबले में उत्तर कोरिया के जाग म्याग को हराकर ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया। योगेश्वर ने एक घंटे से भी कम समय में जीत हासिल कर भारत को पांचवां मेडल दिलाया।

सुशील ने रचा इतिहास
लंदन ओलंपिक में गोल्ड से चूकने के बावजूद सुशील कुमार ने भारतीय खेलों के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखवा लिया। सुशील भारत के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में लगातार दो ओलंपिक मेडल जीते हैं।

2012 में हुये लंदन ओलंपिक में भारत से 83 एथलीट्स के होने के बावजूद भारतीय टीम सिर्फ 6 मेडल ही जीत सकी। इस बार 100 से ज़्यादा एथलीट्स शामिल हो रहे हैं। ऐसे में उम्मीद है भारत पहले से ज़्यादा मेडल जीतेगा।

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